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Tuesday 6 January 2015

क्या कहता है लाल किताब का रहस्यमयी वास्तु ज्ञान .....2

क्या कहता है लाल किताब का रहस्यमयी वास्तु ज्ञान ........
आज हम फिर से लाल किताब के रहस्यमयी वास्तु ज्ञान पर चर्चा करेंगे मैंने आप सब को अपने पिछले लेख में लाल किताब के रहस्यमयी  वास्तु ज्ञान के बारे में अवगत करवाया था आज मैं  फिर से आप सभी के  साथ उसी रहस्यमयी वास्तु ज्ञान पर आगे विचार विमर्श करूँगा मैंने  आपको अपने पिछले लेख में बताया था  कि लाल किताब की दरुस्त की गयी   जनम  कुंडली  में  शनि  ग्रह  किस खाना में बैठा हो   तो   हमे  मकान    बनाना  चाहिए  या  नहीं  और   मकान /घर बनाने  से  फ़ायदा  होगा  या  नुक्सान  होगा  और वो नुक्सान हमारे परिवार में किस तरफ होगा अपने घर में या नानके या दादके परिवार में इत्यादि ...  जैसे  अगर लाल किताब के रहस्यमयी ज्योतिष  ज्ञान से दरुस्त करके बनायीं गयी  जन्मकुंडली   के  खाना  नंबर  1 में   शनि  ग्रह  बैठा  हो  और  खाना  नंबर  7 और  10 और  6 में  कोई  ग्रह  बैठा  हो  जिनकी  आपस  मैं  न  बनती  हो वो एक दूसरे को दूषित कर रहे हो  और खाना नंबर  8   भी  दूषित  हो  या फिर  वो   जातक अपने कर्मो से शनि और शुक्र ,मंगल ग्रह को दूषित कर रहा हो  तो    ऐसा  जातक  अगर  मकान /घर  बना  ले  तो  लोगो  की  नज़रों  मैं  तो  मकान  बन  रहा होगा या बन  गया  होगा  पर  उसको  अब  रोटी  से  भी  तरसना  होगा  यानि  गरीबी  कष्ट  परेशानिया     उसका अब    पीछा   नहीं  छोड़ेगी  और उसके अपने ही उसे घर से दर- बदर करते होंगे   और  वो  आम  कहता हुआ  सुना  होगा  कि  जब  से  मकान  बनाया  है  कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है इत्यादि ...बहुत सी ऐसी बातें वो जातक करता होगा जिस में उसके अंदर की निराशा साफ़ नज़र आती  होगी ............इत्यादि इसी  तरह से अगर लाल किताब की दरुस्त की गयी कुंडली के खाना नंबर 2 में .शनि बैठा हो और कुंडली शुक्र और मंगल ग्रह ठीक हो तो जातक अपना मकान जब और जैसा बने उसको बनने दे वो मकान बनने पर मुबारक होगा और इसी तरह से शनि अगर खाना नंबर 3 में हो तो मकान तो बनेगा लेकिन 2 कुत्ते पालने होंगे बरना उस के घर में  गरीबी का कुत्ता भोकने लग जायेगा और अगर शनि खाना नंबर 4 में हो और वो जातक नया  मकान बंनाने लगे तो उसके नानके खानदान में और अपने ससुराल खानदान और दादी या बुजुर्ग औरतें व् मां पर व् मामा पर   बुरा  असर होगा अर्थात उनकी तरफ से कष्ट परेशानियों की ख़बरें आनी शुरू हो जाएँगी वो सब लोग धीरे धीरे से बर्बाद से होते हुए नज़र आने लगेंगे आदि ... और इसी तरह शनि अगर खाना नंबर 5 में हो तो औलाद पर बुरा असर होना शुरू होगा और नंबर 6.में  हो तो अपना मकान 39.साल के बाद बनाये वरना लड़कियों के रिश्तेदारों  पर बुरा असर होगा और नंबर 7 में होने पर जातक को अपना मकान खुद नहीं बनाना चाहिए  बल्कि उसे हमेशा बना बनाया मकान ही लेना चाहिए इत्यादि  और अगर शनि खाना नंबर 8 में हो और शुक्र ,मंगल ग्रह भी दूषित हो रहे हो तो मकान अपने नाम से  न ही बनाये तो ही ठीक रहेगा वरना मकान बनाना शुरू करते ही परेशानिया आनी  शुरू हो जाएगी  और अगर जन्मकुंडली में शनि खाना नंबर 9 में हो तो अगर घर में कोई भी औरत प्रेग्नेंट हो तो उस जातक को अपनी कमाई से मकान नहीं बनाना चाहिए वरना परिवार में गरीबी  आने लगेगी या घर में किसी न किसी की मौत का बहाना बनेगा और अगर शनि ,शुक्र ,मंगल ग्रह शुभ हो तो जातक को अपनी ज़िंदगी में तीन प्रॉपर्टी मिलेंगी अगर ग्रह शुभ न हो तो जातक को किराये के मकान में रहना होगा... इत्यादि और इसी तरह अगर शनि खाना नंबर 10 में हो तो जातक जब तक  अपनी कमाई से मकान आदि न बनाये उसकी आमदन कभी खराब न होगी धन दौलत हमेशा जमा होती रहेगी लेकिन अगर जातक ने अपनी कमाई से मकान आदि बना लिया तो उसकी आमदन धन -दौलत बर्बाद होनी शुरू हो जाएगी और उसकी बाकी की ज़िंदगी परेशानियों में ही निकलेगी ..और अगर शनि खाना नंबर 11 में हो तो वो  जातक  कभी भी  मकान आदि दक्षिण दिशा का न बनाये और न ही  कभी शराब आदि  पिए  वरना उसकी सेहत खराब और घर में कष्ट -परेशानियों होगी इत्यादि  और अगर मकान बनाना भी हो तो अपनी उम्र के 55  साल के बाद ही अपना मकान बनाये और अगर शनि खाना नंबर 12 में हो तो मकान बनेगा और जैसा बने उसे बनने दे रोके नहीं. वो मकान मुबारक      होगा .इत्यादि ...  तो इस  तरह से लाल किताब के रहस्यमयी वास्तु  ज्ञान में से हमे   सभी   खानो में बैठे शनि ग्रह और कुंडली में शुक्र,मंगल ग्रह से ऐसी बहुत सी बातों /रहस्यों  का   पता चल जायेगा  इत्यादि ...तो  इस रहस्य  से  हमे  यह  पता  चलता  है  की  हमे  शनि  ग्रह  किसी  भी   हाल  में   ख़राब  नहीं  करना  उपरोकत  हाल  अगर  किसी  की  कुंडली  में   शनि ,मंगल,और शुक्र  दूषित हो या वो अपने कर्मो से  जाने -अनजाने में  ग्रहो को   ख़राब कर   रहा  हो  तो  भी अपने नाम से  मकान (प्रॉपर्टी) के  बाद  हाल  बुरा  होता  है  या  वो  जातक   अपनी पूरी ज़िंदगी में  मकान  बनाने के लिए बहुत जिद्दोजहद करता होगा लेकिन वो जातक अपनी पूरी कोशिश करने पर भी मकान (प्रॉपर्टी)  बना नहीं  पता  है .... ..
और  आगे  इस  रहस्य  में   हमे  मकान / कमरा  की  पैमाईश  करने  का   रहस्य  भी  बताया  है  जिस  को  करने  से  हमे  मकान  किस  हैसियत  का  होगा  पता  चल  जायेगा  .... ...ऐसी  और  भी  बहुत  सी  बातें  है  जिनका  अगर  जिकर   करें  तो  पूरी  किताब  लिखी  जा  सकती  है ..इस  समय  तो
 मैं  आपको  इसके  रहस्य  के  बारे  में  अवगत  करवा  रहा  हु ..लेकिन  आने  बाले  समय  में  मैं  आपको अपने लेखो में   मैं आपको समझाने की कोशिश करूँगा कि  इसका वास्तु रहस्य कैसे काम करता है कैसे मकान कुंडली बनानी है और कैसे जन्मकुंडली देख कर हमे व्यक्ति के मकान /घर के बारे में जानकारी होगी और जन्मकुंडली से ही अपने या अपने रिश्तेदारों का कैसे पता चलता है और क्या जातक मकान /घर अपनी ज़िंदगी में बना पायेगा और मकान /घर बनाने के बाद फ़ायदा या नुक्सान होगा  इत्यादि ..कि हमे अपनी ज़िंदगी में अपना मकान आदि  अपने नाम से बनाना चाहिए या नहीं ..मैंने आपको अपने पिछले लेख में जिकर किया था कि लाल किताब के रहस्यमयी वास्तु ज्ञान से हमे एक और भी बहुत ही गहरे रहस्य के बारे में पता चलता है वो यह कि हमारा मकान किस हैसियत का है जिस के पता करने के लिए लाल किताब के रहस्यमयी ज्ञान में पंडित जी ने  एक बहुत ही गहरा रहस्य फार्मूला के रूप में हमे  समझाया है जिस का सही तरीके से उपयोग  करने पर हमे यह पता चल जायेगा कि हम जिस मकान /दूकान इत्यादि के मालिक है वो किस हैसियत का है और वो मालिक के लिए कैसा होगा नेक फल का है या मंदा फल का है... आदि बहुत  सी  ऐसी बातें पता चल जाती है  जिनका पहले हमे पता ही नहीं होता है इत्यादि ... हमारा मकान / दूकान /प्रॉपर्टी  आदि  किस हैसियत की    है जिस का जिकर में आपके साथ  अपने अगले वास्तु के लेख  में अलग से करूँगा  और आप को यह बताने का प्रयास करूँगा कि लाल किताब के रहस्यमयी ज्ञान में पंडित जी ने हमे लाल किताब के  वास्तु रहस्य में और क्या क्या समझाया है आदि ....  इस तरह से हमे इस लाल किताब के रहस्यमयी ज्ञान से दरुस्त करके बनायीं गयी जन्मकुंडली में से ऐसी कई रहस्यों का  पता लगने लग जायेगा जो आपको न पहले पता होंगे और न ही पहले किसी ने आपको  बताये होंगे  यह सब बातें जानने के लिए सब से जरुरी शर्त यह  है कि आप की  अपनी जन्मकुंडली को पहले लाल किताब के रहस्यमयी ज्ञान में दी गयी जरुरी शर्तो के अनुसार दरुस्त किया जाये और जन्मकुंडली को लाल किताब के रहस्यमयी ज्ञान के अनुसार बनाया जाये या फिर  किसी लाल किताब के रहस्यमयी ज्ञान को गहराई  से  जानने वाले को कुंडली दिखाई जाये  तभी आपको इस लाल किताब के रहस्यमयी ज्योतिष ज्ञान के रहस्य समझ में  आने लगेंगे आदि 
.   इसकी  एक  एक  बात  या  रहस्य  को   जिन रहस्य को मैं आज तक समझ पाया हु व् समझ रहा हु उन सभी रहस्यों के बारे में आपको समझाने /बताने का प्रयास करूँगा उनको तफ्सील  से  भी  बताऊंगा कि क्या कहता है लाल किताब का रहस्यमयी ज्योतिष ज्ञान ....  जिसके  लिए  आप  मुझे  इसी  तरह   से  प्यार  देते  रहे  और  मेरे  साथ  जुड़े  रहे  आज  के  लिए  बस  इतना  ही  बाकि  फिर  सही ..कि  क्या  कहता  है  लाल  किताब  का  रहस्यमयी  ज्ञान   वास्तु ज्ञान आपके  लिए .....
पवन कुमार वर्मा          रिसर्च एस्ट्रोलोजर
PAWAN KUMAR VERMA     ( B.A.,D.P.I.,LL.B.)     RESEARCH ASTROLOGER