*ज्योतिष में जन्म राशि की प्रधानता है या नाम राशि की?*
*ज्योतिष पर विश्वास रखने वालों की सबसे बड़ी दुविधा है कि वे 'जन्म राशि' देखें या 'नाम राशि'।*
वैसे तो व्यक्ति के जन्म का पूरा वर्णन जन्म कुंडली से ही मिलता है पर दैनिक, साप्ताहिक और वार्षिक राशियों का भी अपना एक अलग महत्व है।
जाहिर तौर पर सवाल यह उठता है कि जन्म राशि या चालू नाम राशि में से किसे प्रधान राशि मानें।
ज्योतिष शास्त्र में इस दुविधा को इस तरह दर्शाया गया है।
*विद्यारम्भे विवाहे च सर्व संस्कार कर्मषु।*
*जन्म राशिः प्रधानत्वं, नाम राशि व चिन्तयेत्*
यानि विद्यारम्भ, विवाह, यज्ञोपवीत आदि मूल संस्कारित कार्यों में जन्म राशि की प्रधानता होती है, जबकि दैनिक
राशिफल के लिए आप नाम राशि का उपयोग कर सकते हैं।
*विवाहे, सर्वमांगल्ये, यात्रादो ग्रह गोचरे* –जन्म राशि विचार करें |
*देशे, ग्रामे, गृह, युद्धे, सेवायां (नौकरी), व्यवहारके* –नाम राशि विचार करें |
जिस नाम के लेने से सोया हुआ व्यक्ति नींद से उठ जाए, जिस नाम से उसके दैनिक क्रिया-कलापों का गहरा संबंध हो, वही अक्षर प्रधान राशि उस व्यक्ति को देखना चाहिए।
ऐसा क्यों.. कैसे..............?
*ज्योतिष पर विश्वास रखने वालों की सबसे बड़ी दुविधा है कि वे 'जन्म राशि' देखें या 'नाम राशि'।*
वैसे तो व्यक्ति के जन्म का पूरा वर्णन जन्म कुंडली से ही मिलता है पर दैनिक, साप्ताहिक और वार्षिक राशियों का भी अपना एक अलग महत्व है।
जाहिर तौर पर सवाल यह उठता है कि जन्म राशि या चालू नाम राशि में से किसे प्रधान राशि मानें।
ज्योतिष शास्त्र में इस दुविधा को इस तरह दर्शाया गया है।
*विद्यारम्भे विवाहे च सर्व संस्कार कर्मषु।*
*जन्म राशिः प्रधानत्वं, नाम राशि व चिन्तयेत्*
यानि विद्यारम्भ, विवाह, यज्ञोपवीत आदि मूल संस्कारित कार्यों में जन्म राशि की प्रधानता होती है, जबकि दैनिक
राशिफल के लिए आप नाम राशि का उपयोग कर सकते हैं।
*विवाहे, सर्वमांगल्ये, यात्रादो ग्रह गोचरे* –जन्म राशि विचार करें |
*देशे, ग्रामे, गृह, युद्धे, सेवायां (नौकरी), व्यवहारके* –नाम राशि विचार करें |
जिस नाम के लेने से सोया हुआ व्यक्ति नींद से उठ जाए, जिस नाम से उसके दैनिक क्रिया-कलापों का गहरा संबंध हो, वही अक्षर प्रधान राशि उस व्यक्ति को देखना चाहिए।
ऐसा क्यों.. कैसे..............?