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Saturday, 18 February 2023

आज महाशिवरात्रि...

 *|| आज महाशिवरात्रि पर्व है ||*

         

*फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महा शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस दिन वैद्यनाथ जयंती भी रहेगी।कैलेंडर के अनुसार इस बार यह पर्व 18 फरवरी 2023 शनिवार को मनाया जाएगा। महाशिवरात्रि पर मंत्र और पाठ :-शिव पुराण का पाठ और महामृत्युंजय मंत्र या शिव के पंचाक्षर मंत्र ॐ नमः शिवाय का जाप इस दिन करना चाहिए।*


*महाशिवरात्रि की पौराणिक कथा :-*

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*1- *माता पार्वती ने शिव को पति के रूप में पाने के लिए घोर तपस्या की। इसके फलस्वरूप भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था।*

 

*2- दूसरी कथा गरुड़ पुराण में मिलती है, जिसके अनुसार इस दिन एक निषादराज अपने कुत्ते के साथ शिकार खेलने जाते हैं किन्तु उन्हें कोई शिकार नहीं मिलता है। तब वे थककर भूख-प्यास से परेशान हो एक तालाब के किनारे बैठ जाते हैं। जहां बिल्व वृक्ष के नीचे शिवलिंग था। उन्होंने अपने शरीर को आराम देने के लिए वृक्ष से कुछ बिल्व-पत्र तोड़े, जो शिवलिंग पर भी गिर गए।* 

 

*अपने पैरों को साफ करने के लिए उसने उन पर तालाब का जल छिड़का, जिसकी कुछ बून्दें शिवलिंग पर भी जा गिरीं। ऐसा करते समय उसका एक तीर नीचे गिर गया, जिसे उठाने के लिए वह शिवलिंग के सामने नीचे को झुका। अनजाने में ही सही लेकिन उन्होंने शिवजी की पूजा की थी। फिर मृत्यु के बाद जब यमदूत उन्हें लेने आए, तो शिव के गणों ने उसकी रक्षा की और उन्हें भगा दिया। यानी अज्ञानतावश भी महाशिवरात्रि पर शिवजी का पूजन करने से भक्त के कष्ट दूर हो जाते हैं।*

 

*3- तीसरी कथा हमें ईशान संहिता में मिलती है। ईशान संहिता में बताया गया है कि फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी की रात आदि देव भगवान श्रीशिव करोड़ों सूर्यों के समान प्रभा वाले लिंगरूप में प्रकट हुए। इसीलिए यह महा शिवरात्रि है।*

 

*ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी तिथि में चंदमा सूर्य के नजदीक होता है। उसी समय जीवन रूपी चंद्रमा का शिवरूपी सूर्य के साथ योग-मिलन होता है। इसलिए इस चतुर्दशी को शिवपूजा करने का विधान है।*

 

       *|| महाशिव रात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं ||*

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*Verma's Scientific Astrology and Vastu Research Center Ludhiana Punjab Bharat.. Phone..9417311379 www astropawankv.com*