नवरात्रि पर्व के पंचम दिवस पर मां सकंदमता की पूजा अर्चना की जाती है....
( Articles Relating to Lal Kitab Astrology, Lal Kitab Vastu, Vedik Astrology, Naddi Astrology, Kaalsarap Yog, Pitar Dosh,Maanglik Dosh, K.P. Astrology, Rashi Ratan ( Lucky Stone ) Astrology,Vastu,.. etc.)
Friday, 30 September 2022
Thursday, 29 September 2022
Wednesday, 28 September 2022
Tuesday, 27 September 2022
Monday, 26 September 2022
Sunday, 25 September 2022
आज पितृ विसर्जन अमावस्या
आज पितृ विसर्जन अमावस्या
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घर को धोकर सूर्यास्त के समय एक दीपक जलाकर घर के बाहर या फिर पीपल वृक्ष के नीचे रख दें। इसका भाव यह है कि पितृगण विदा होकर जब अपने लोक को वापिस लौटते है तो उन्हे रास्ता साफ दिखाई देता है। और इस दिन शाम को दीपक जलाकर पूड़ी पकवान आदि खाद्य पदार्थ दरवाजे पर रखे जाते हैं। जिसका अर्थ है कि पितृ जाते समय भूखे न रह जायें। वे प्रसन्नता पूर्वक अपने स्थान पर चले जाए। दीपक जलाते समय हमें यह प्रार्थना करनी चाहिए--!
सेवा काछु कीन्ही नही,दिया न काछु ध्यान।
गल्ती सब माफ करो, हमे जान अज्ञान।
दीप ज्योति हमने करी,लीजो पंथ निहार।
जो कुछ हमसे बन पड़ा, दिन्हो तुम्हे आहार।
प्रणाम पुनि पुनि करु,रखियो वंश को ध्यान।
आशिर्वाद सदा देते रहो,फूले फले परिवार।
|| समस्त पितृ देवो को प्रणाम ||
*Verma's Scientific Astrology and Vastu Research Center Ludhiana Punjab Bharat Phone..9417311379. www.astropawankv.com*
Wednesday, 14 September 2022
पितृ दोष
*|| पितृ दोष क्या होता है ?||*
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*ध्यान दें*
हमारे ये ही पूर्वज सूक्ष्म व्यापक शरीर से अपने परिवार को जब देखते हैं,और महसूस करते हैं कि हमारे परिवार के लोग ना तो हमारे प्रति श्रद्धा रखते हैं ,और न ही इन्हें कोई प्यार या स्नेह है और ना ही किसी भी अवसर पर ये हमको याद करते हैं,ना ही अपने ऋण चुकाने का प्रयास ही करते हैं तो ये आत्माएं दुखी होकर अपने वंशजों को श्राप दे देती हैं,जिसे "पितृ- दोष" कहा जाता है।
पितृ दोष एक अदृश्य बाधा है .ये बाधा पितरों द्वारा रुष्ट होने के कारण होती है पितरों के रुष्ट होने के बहुत से कारण हो सकते हैं ,आपके आचरण से,किसी परिजन द्वारा की गयी गलती से ,श्राद्ध आदि कर्म ना करने से अंत्येष्टि कर्म आदि में हुई किसी त्रुटि के कारण भी हो सकता है।
पितृ दोष दो प्रकार से
प्रभावित करता है -
1-अधोगति वाले पितरों के कारण
2-उर्ध्वगति वाले पितरों के कारण
1-अधोगति वाले पितरों के दोषों का मुख्य कारण परिजनों द्वारा किया गया गलत आचरण,की अतृप्त इच्छाएं ,जायदाद के प्रति मोह और उसका गलत लोगों द्वारा उपभोग होने पर,विवाहादि में परिजनों द्वारा गलत निर्णय।परिवार के किसी प्रियजन को अकारण कष्ट देने पर पितर क्रुद्ध हो जाते हैं ,परिवार जनों को श्राप दे देते हैं और अपनी शक्ति से नकारात्मक फल प्रदान करते हैं।
2- उर्ध्व गति वाले पितर सामान्यतः पितृदोष उत्पन्न नहीं करते ,परन्तु उनका किसी भी रूप में अपमान होने पर अथवा परिवार के पारंपरिक रीति रिवाजों का निर्वहन नहीं करने पर वह पितृदोष उत्पन्न करते हैं।
इनके द्वारा उत्पन्न पितृदोष से व्यक्ति की भौतिक एवं आध्यात्मिक उन्नति बिलकुल बाधित हो जाती है , और बेऔलाद होना या हो जाना , परिवार में केवल बेटियां ही औलाद के रूप में पैदा होना इत्यादि.... फिर चाहे कितने भी प्रयास क्यों ना किये जाएँ ,कितने भी पूजा पाठ क्यों ना किये जाएँ,उनका कोई भी कार्य ये पितृदोष सफल नहीं होने देता। पितृ दोष निवारण के लिए सबसे पहले ये जानना ज़रूरी होता है कि किस ग्रह के कारण और किस प्रकार का पितृ दोष उत्पन्न हो रहा है और जन्मकुंडली में कौन -2 से ग्रह योग या दोष बन रहे हैं ?
|| पितृ देवाय नमः ||
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Friday, 9 September 2022
आज करें विसर्जन....
आज....
विसर्जन कीजिये *गुस्से* का,
विसर्जन कीजिये *द्वेष* का,
विसर्जन कीजिये *लोभ* का,
विसर्जन कीजिये *मोह* का,
विसर्जन कीजिये *आलस* का,
विसर्जन कीजिये *चिंता* का,
विसर्जन कीजिये *निराशा* का,
विसर्जन कीजिए *दुराचार* का,
विसर्जन कीजिए *अहम और गुरुर* का,
विसर्जन कीजिये *नकारात्मक विचारों* का,
विसर्जन कीजिये *बुरी आदतों का*,
निसंदेह....सभी विघ्न दूर होंगे.
🙏🏻🌺 गणपति बप्पा मोरिया
Verma's Scientific Astrology and Vastu Research Center Ludhiana Punjab Bharat Phone...9417311379. www astropawankv.com