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Saturday, 15 October 2022

शनि ग्रह और भाव 4

 *शनि ग्रह और भाव नंबर 4*


आपका कोई भी ग्रह जन्म कुंडली के किसी भी भाव मे होगा तो वो अपनी उपस्थिति वहां पर अवश्य दिखाएगा हर हाल मे चाहे आप कुछ भी कर लो, कुंडली के बारह खाने या भाव हमारे शरीर के अलग अलग हिस्से को भी दर्शाते है साथ ही आपके घर का वास्तु यानी आपके घर मे भी उसकी मौजूदगी अवश्य रहेगी... आज एक उदाहरण से इसे थोड़ा समझने की कोशिश करते हैं


शनि खाना या भाव नंबर 4


उदाहरण:- मान लीजिए आपकी जन्मकुंडली में शनि ग्रह खाना/भाव नंबर 4 में बैठा हुआ है चतुर्थ भाव  क्या है हमारा खुद का घर है हमारी मां हमारा पेट इत्यादि.... तो आप इसे समझे कि आपके घर मे कोई बुजुर्ग इंसान होगा जिसकी आपको लम्बे समय तक देख रेख  करनी पड़ेगी .....शनि बुर्जुग इंसान को भी दिखाता है और घर में किसी को दिल के रोग या पेट के रोग छाती में कफ, बलगम की शिकायत लंबे समय तक चली होगी या चल रही होगी वैदिक के अनुसार पुराने कर्मो के फल को भोगने के लिए कह सकते है कि उस बुजुर्ग के लिए हमारे कर्म कुछ अधूरे थे जो हमें पूरे करने होंगे अगर नहीं करते हैं तो जिंदगी के पूर्ण सुख को पाने में असमर्थ होंगे


शनि चौथे मे होगा तो इंसान घर के अंदर पूर्ण खुशी  प्राप्त नहीं करेगा भले उसके या उसके परिवार के पास बांग्ला ,मोटर गाडी , कोठी सबकुछ। ही क्यों न हों लेकिन वो अपनी खुशी के लिए बाहर ही भागता हुआ नज़र आता होगा... क्युकी हमारे ऋषि- मुनी भी कह गये है कि पापी ग्रह आपको सब कुछ देंगे माया  देंगे लेकिन आपकी सेहत - शरीर में परेशानी और जीवन की महत्वपूर्ण खुशियों में किसी न किसी तरह का ग्रहण ही महसूस करवाते रहेगें.... इत्यादि


शनि ग्रह चतुर्थ भाव में बैठा होगा तो आपको पेट के रोग देगा क्योंकि पेट को चतुर्थ भाव से ही देखते हैं और अगर साथ में या साथ वाले भाव में या पंचम भाव में राहु ग्रह बैठा हो या दृष्टि हो और केतु भाव नंबर 11में बैठा हो तो आपको एक्सीडेंट देता है और आपके सिर में चोट या फिर दिमागी बीमारी यानी ब्रेन/ सिर में रोग परेशानी देखने को मिलती है और जातक के घर में वास्तु दोष अवश्य देखने को मिलते हैं जोकि बहुत लंबे समय से होते हैं और घर में किसी शादी विवाह में विघ्न बाधा/ औलाद की समस्या लंबे समय से चल रही होती है... इत्यादि 


चतुर्थ भाव का कारक चंद्रमा ग्रह होता है और चंद्रमा माता का कारक भी है  और आपके मन का भी कारक है और आपकी प्रतिदिन की कमाई का भी..... चंद्र यानि मां के सामने  पापी ग्रह भी शांत रहेंगे और तब तक शांत रहेंगे  जब तक कि इनको किसी के द्वारा उकसाया/ भड़काया ना जाये .... बच्चा कितना भी बुरा क्यों न हो मा के डाटने से शांत ही रहता है उसे मा का डर रहता है  ... इसलिए कोशिश करें कि अपनी मां के साथ बना कर रखें कभी गुस्सा लड़ाई- झगड़ा न करें और अपने माता पिता का आशीर्वाद समय समय पर लेते रहें उनकी सेवा करते रहें।..... शनि ग्रह की ऐसी चीजें जो तरल पदार्थ के रूप में हों और वो हमारे शरीर के लिए लाभदायक हों उनका सेवन विधि पूर्वक से सेवन करें तो लाभ प्राप्त लिया जा सकता है... और साथ में इस बात का भी ध्यान अवश्य रखें कि घर में वास्तु दोष न हों  घर को वास्तु दोष से मुक्त रखें/ करवाएं.... अपनी जन्मकुंडली को किसी ज्योतिष के अच्छे विद्वान को दिखा कर उनसे उपाय/परहेज़ अवश्य लें.............

आज के लिए इतना ही काफी .....बाकी अगली बार....


*Verma's Scientific Astrology and Vastu Research Center Ludhiana Punjab Bharat Phone number..9417311379. www astropawankv.com*