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Thursday, 26 January 2023

बसंत पंचमी....

 *राम राम जी*


|| बसंतोत्सव (बसंत पंचमी) पर विशेष||

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जय हो माँ शारदा -

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किसी को लय, किसी को गीत 

        किसी को साज देती हो, 


हे सरस्वती माँ ज़िस पर मेहरबान

         होती हो उसे आवाज देती हो ।

                  

सरस्वती और लक्ष्मी में से सरस्वती को इसलिये बड़ी माना गया है, कि सरस्वती से तो लक्ष्मी को प्राप्त किया जा सकता है। लेकिन लक्ष्मी से सरस्वती प्राप्त नहीं की जा सकती अर्थात बुद्वि से धन कमाया जा सकता है धन से बुद्वि प्राप्त नहीं की जा सकती..!


सरस्वतीजी के बीज मंत्र 

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देवी सरस्वती का आह्वान करने वाला बीज मंत्र 

   और दो शब्दों ह्रीं श्रीं पर आधारित है 

 

ॐ ह्रीं श्रीं सरस्वत्यै नमः।

   ॐ ऎं सरस्वत्यै ऎं नमः।।


अर्थ: देवी सरस्वती को प्रणाम।लाभ:- सरस्वती के इस मंत्र का जाप करने से बुद्धि और वाणी की शक्ति बढ़ती है।


2- सरस्वती ध्यान मंत्र-

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ॐ सरस्वती मया दृष्ट्वा, वीणा पुस्तक धारणीम्।

 हंस वाहिनी समायुक्ता मां विद्या दान करोतु में ॐ।।


3- सरस्वती विद्या मंत्र

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सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि।

 विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा।।


लाभ:- इससे स्मृति, अध्ययन में शक्ति 

               और एकाग्रता में सुधार होता है।


4- श्री सरस्वती पुराणोक्त मंत्र-

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या देवी सर्वभूतेषु विद्यारूपेण संस्थिता। 

 नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।


हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस साल वसंत पंचमी का त्योहार 26 जनवरी 2023 दिन गुरुवार को मनाया जाएगा।  इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है। वसंतोत्सव की शुरुआत होती है। ये वसंतोत्सव होली तक चलता है। इस उत्सव को मदनोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान, कला और संगीत की प्रतीक मां सरस्वती की पूजा की जाती है।


    || बसंतोत्सव की हार्दिक बधाई ||




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गणतंत्र दिवस

 || आज गणतंत्र दिवस है||

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स्वतंत्रता पश्चात भी इस दिन का महत्व बनाए रखने के लिए 3 साल बाद 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान इसी दिन लागू किया गया, और इस दिन को गणतंत्रता दिवस के रुप में मनाया जाने लगा।गणतंत्र का अर्थ होता है कि देश का मुखिया संविधान द्वारा निर्मित होगा और वह वंशानुगत ना होकर लोगों द्वारा चुना जाएगा इसी अनुसार भारत का राष्ट्रपति वंशानुगत ना होकर लोगों द्वारा चुना जाता है।


गणतंत्र दिवस पर जानिए संविधान की 7 खास बातें

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संविधान सभा की प्रथम बैठक सोमवार 9 दिसंबर1946 को प्रातः 11 बजे शुरू हुई। इसमें 210 सदस्य उपस्थित थे। 11 दिसंबर 1946 को संविधान सभा की बैठक में डॉ.राजेंद्रप्रसादजी को स्थायी अध्यक्ष चुना गया, जो अंत तक इस पद पर बने रहे।


13 दिसंबर 1946 को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने संविधान का उद्देश्य प्रस्ताव सभा में प्रस्तुत किया, जो 22 जनवरी 1947 को पारित किया गया। इसकी मुख्य बातें इस प्रकार हैं-

 

1. भारत एक पूर्ण संप्रभुता संपन्न गणराज्य होगा, 

          जो स्वयं अपना संविधान बनाएगा।


2. भारत संघ में ऐसे सभी क्षेत्र शामिल होंगे,जो इस समय ब्रिटिश भारत में हैं या देशी रियासतों में हैं या इन दोनों से बाहर, ऐसे क्षेत्र हैं,जो प्रभुता संपन्न भारत संघ में शामिल होना चाहते हैं।


3. भारतीय संघ तथा उसकी इकाइयों में समस्त

        राजशक्ति का मूल स्रोत स्वयं जनता होगी।


4. भारत के नागरिकों को सामाजिक,आर्थिक और राजनीतिक न्याय, पद,अवसर और कानूनों की समानता, विचार, भाषण, विश्वास, व्यवसाय, संघ निर्माण और कार्य की स्वतंत्रता, कानून तथा सार्वजनिक नैतिकता के अधीन प्राप्त होगी।

 

5. अल्पसंख्यक वर्ग, पिछड़ी जातियों और कबायली जातियों के हितों की रक्षा की समुचित व्यवस्था की जाएगी।

 

6. अवशिष्ट शक्तियां इकाइयों के पास रहेंगी।

 

7. 26 जनवरी 1950 को भारत के प्रथम राष्‍ट्रपति डॉ. राजेन्‍द्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के बाद भारतीय राष्‍ट्रीय ध्‍वज को फहराकर भारतीय गणतंत्र के ऐतिहासिक जन्‍म की घो‍षणा की थी। अंग्रेजों के शासन काल से छुटकारा पाने के 894 दिन बाद हमारा देश स्‍वतंत्र राज्‍य बना। तब से आज तक हर वर्ष समूचे राष्‍ट्र में गणतंत्र दिवस गर्व और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।


   || गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ||




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Saturday, 7 January 2023

आप और भगवान जी

 *राम राम जी*


*आप और भगवान जी*


*मीरा जी जब  भी भगवान श्री कृष्ण जी के लिए गाती थी तो भगवान जी बड़े ही ध्यान से सुनते थे।*


*सूरदास जी जब गाते थे तब भी भगवान जी सुनते थे।* 

*और कहाँ तक कहूँ कबीर जी ने तो यहाँ तक कह दिया कि:-*


 *चींटी के पग नूपुर बाजे वह भी साहिब सुनता है।*


*एक चींटी कितनी छोटी होती है अगर उसके पैरों में भी घुंघरू को बाँध दे तो उसकी आवाज को भी भगवान जी सुनते है।*

*यदि आपको लगता है कि आपकी पुकार भगवान जी नहीं सुन रहे तो ये आपका वहम भ्रम है या फिर आपने भगवान  जी के स्वभाव को अभी तक नहीं जाना।*

*कभी आप  सच्चे प्रेम से उनको पुकारो तो सही, कभी आप उनकी याद में सच्चे आंसू गिराओ तो सही।*


*मैं तो यहाँ तक कह सकता हूँ की केवल भगवान जी ही है जो आपकी बात को सुनते है*।


*एक छोटी सी कथा संत महात्मा जी बताते है कि:-*


*एक सच्चे भगत थे भगवान जी के ...., उन्होंने पुरे 20 साल तक लगातार भागवत गीता जी का पाठ किया।*


*अंत में भगवानजी ने उनकी परिक्षा लेते हुऐ कहा:- अरे भक्त! तू सोचता है कि मैं तेरे गीता के पाठ से खुश हूँ, तो ये तेरा वहम है।*


*मैं तेरे पाठ से बिलकुल भी प्रसन्न नही हुआ।*


*जैसे ही भक्त ने इतना सुना तो वो तो नाचने लगा, और झूमने लगा।*


*भगवान जी ने बोला:- अरे! मैंने कहा कि मैं तेरे पाठ करने से  बिल्कुल भी खुश नही हूँ और तू  है कि नाच रहा है।*


*वो भक्त बोला:- भगवान जी आप खुश हो या नहीं हो ये बात मैं नही जानता। मुझे इस से कोई फर्क नहीं पड़ता*

*लेकिन मैं तो  केवल इसलिए खुश हूँ कि आपने मेरा पाठ कम से कम सुना तो सही, इसलिए मैं नाच रहा हूँ।*


*ये होता है भाव....*

*थोड़ा सोचिये जब द्रौपती जी ने भगवान श्री कृष्ण जी को पुकारा तो क्या भगवान जी ने नहीं सुना?*

*भगवान ने सुना भी और उनकी लाज भी बचाई।*

*जब गजेन्द्र हाथी ने ग्राह से बचने के लिए भगवान जी को पुकारा तो क्या भगवान जी ने नहीं सुना?*

*बिल्कुल सुना शास्त्र कहते है कि भगवान जी अपना भोजन छोड़कर आये।*


*कबीरदास जी, तुलसी दास जी, सूरदास जी,*

*मीरा बाई जी, जैसे जाने कितने ही संत महात्मा हुए जो भगवान जी से बात करते थे और भगवान भी उनकी सुनते थे।*


*इसलिए जब भी भगवान को याद करो उनका नाम जप करो तो ये कभी भी मत सोचना कि भगवान आपकी पुकार सुनते होंगे या नहीं?*


*कोई संदेह मत करना, बस सच्चे ह्रदय से उनको पुकारना, सच्चे मन से पुकारना एकाग्र चित्त होकर पुकारना तुम्हे खुद लगेगा कि हाँ, भगवान जी आपकी पुकार को सुन रहे है !......*

        *राधे कृष्णा*


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Tuesday, 3 January 2023

उपाय या परहेज़.... क्या ज़रूरी

 




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Monday, 2 January 2023

प्रभू प्रेम....

 *राम राम जी*


*प्रभू प्रेम*


*प्रेम महज़ एक शब्द ही नहीं*

*बल्कि एक आस्था है , और साधना का मुख्य द्वार है* 

* *आप ध्यान देंगे तो पाएंगे कि प्रकृति के कण कण में प्रेम का समावेश है* *एक आकर्षण है एक दूसरे की तरफ .. एक दूसरे के पूरक है जीवन यात्रा ही इसी से चलती है*


*अगर कोई किसी से नफ़रत करता है तो आप गहराई से अवलोकन करोगे तो आप पाएंगे कि वो  नफ़रत भी एक तरह से प्रेम का ही एक बदला हुआ रूप है*

*हम जिससे प्रेम करते हैं उसे स्वतंत्र छोड़ा जाता है*

 *प्रेम सर्व प्रथम स्वतंत्रता चाहता है परतंत्रता नहीं.....*

*और सबसे अहम बिंदु होता है*

*प्रेम में झुक जाना जो इंसान प्रेम में झुकता है.........*.

*वो उतना ही उच्च स्थान प्राप्त करता है...*

*प्रेम मात्र आकर्षण का केन्द्र नहीं* 

*प्रेम प्रेम को पूजने की अनुमति भी देता है..*

*प्रेम बिन मानवीय जीवन का कोई ओचित्य नहीं होता....*

*प्रेम एक कठोर ह्रदय को भी कोमलता का भाव देता है*

*प्रेम ही जीवन के हर क्षण को मधुर, मनोरम, औऱ मोहक बनाता है*

*प्रेम में जिया हुआ हर पल, हर लम्हा बेहद खूबसूरत औऱ सुगन्धित होता है..!*


*फिर वो प्रेम चाहे पति -पत्नी का हो या बेटा, बेटी, माता, पिता, भाई, बहन, दोस्त, प्रेमी युगल का हो या फिर अपने देवी देवता गुरु, महाराज पीर/फकीर का हो प्रेम तो प्रेम ही है...*


*इसलिये प्रेम कीजिए*

*प्रेम दीजिए*

*ओर प्रेम पाइए.*

.*राधे राधे*

*राधे कृष्णा*🌹

🙏🙏


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Sunday, 1 January 2023

वर्ष 2023

 *राम राम जी*


*सूर्य संवेदना पुष्पे:, दीप्ति कारुण्यगंधने|*

*लब्ध्वा शुभम् नववर्षेअस्मिन् कुर्यात्सर्वस्य मंगलम् ||*


```जिस तरह सूर्य प्रकाश देता है, संवेदना करुणा को जन्म देती है, पुष्प सदैव महकता रहता है, उसी तरह यह वर्ष 2023 आपके लिए हर दिन, हर पल के लिए मंगलमय हो।```

जीवन पथ पर नव वर्ष 2023 मान-सम्मान, यश, कीर्ति, प्रेम और सुख शांति के साथ उन्नतिशील वर्ष हो।यह वर्ष आपके जीवन मे आपार सुख समृद्धि, संपन्नता लेकर आये ¦  यह पावन पर्व आपके जीवन को प्यार मोहब्बत खुशी उमंग उत्साह सफलता सौहार्द आदि से भर दे ! इसी मंगलकामनाओ के साथ,


   *आपको और आपके परिवार को मेरी और मेरे पुरे परिवार की तरफ से वर्ष 2023 की हार्दिक बधाई व  शुभकामनायें !*_🌹🙏🏼


*राधे कृष्णा*

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