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Thursday, 25 January 2024

पुष्य नक्षत्र और पीपल का वृक्ष

 पुष्य नक्षत्र.... पीपल का वृक्ष


नक्षत्र के वृक्ष होते है जिस नक्षत्र में आप का जन्म हो उस के वृक्ष की पूजा फल ,फ़ुल , जड़ के उपयोग से हम उपचार कर सकते है या जो नक्षत्र अशुभ ग्रस्त हो उसका भी उपचार हो सकता है। 

आज पुष्य नक्षत्र है उसका वृक्ष पीपल है । हमारी हिंदू संस्कृति में पीपल की गणना पवित्र वृक्ष में होती है ।भगवान कृष्ण जी ने गीता में कहा है वृक्षों में मैं पीपल हूं । पुष्य नक्षत्र में पीपल के ११ पत्ते लाकर व्यापार रोज़गार की जगह पे रखनें से धंधा -रोज़गार में फ़ायदा होता है । उसके औषधि गुण भी ज़्यादा है। पीपल के पत्ते खाने से दांत में दर्द हो तो उसमें लाभ होता है ।मान्यता है. कि पीपल के वृक्ष में कई औषधीय गुण छुपे हुए हैं. इस वृक्ष की पत्तियों से लेकर, फल और जड़ तक सभी हिस्से गुणकारी हैं.


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 पीपल का वृक्ष सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाला वृक्ष है. इसमें प्रोटीन, फैट, कैल्शियम, आयरन इत्यादि कई  जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं. आयुर्वेद के मुताबिक पीपल के वृक्ष से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है. इस वृक्ष में मौजूद गुण सांस, दांत, सर्दी-जुकाम, खुजली और नकसीर , गुप्त रोग, प्रजनन संबंधी स्वास्थ्य  परेशानियों इत्यादि को दूर करने में कारगर हैं. मान्यता है. पीपल के वृक्ष में कई औषधीय गुण छुपे हुए हैं. इस पेड़ की पत्तियों से लेकर, फल और जड़ तक सभी हिस्से गुणकारी हैं. पीपल का वृक्ष सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देने वाला वृक्ष होने के साथ साथ अपने आप में बहुत ही ज्यादा रहस्य समेटे हुए है जन्म से लेकर मृत्यु तक यह मानव जाति पशु पक्षियों के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध हुआ है


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 इसमें प्रोटीन, फैट, कैल्शियम, आयरन इत्यादि जैसे कई जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं. आयुर्वेद के मुताबिक पीपल के वृक्ष से कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है.


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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह गुरु ग्रह से संबंधित है और इसमें सूर्य के गुण भी विद्यमान हैं अगर आपकी जन्म कुंडली में गुरु, सूर्य, शनि ग्रह शुभ या अशुभ स्थिति में  है और आपको उनके फल अनुकूल नहीं मिल रहे हैं तो आपके लिए पीपल का वृक्ष उपाय परहेज़ के रूप बहुत ही ज्यादा उपयोगी सिद्ध हो सकता है आप इसके दुबारा उपाय करके अपने लिए अनुकूल फल प्राप्त कर सकते हैं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार  ग्रहों के उपायों में, हवन पाठ में, ग्रहों की शुभ, अशुभ स्थिति ज्ञात होने पर उपाय/परहेज़ के रूप में  प्राचीन काल से ही पीपल के वृक्ष को प्रयोग में लाया जाता  रहा है वैज्ञानिकों ने भी इस पर अपने शोधों में पाया कि इसमें बहुत  ज्यादा औषधियां गुण तत्व है.. प्रकृति के लिए बहुत ज़रूरी है....

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राम राम जी

*Verma's Scientific Astrology and Vastu Research Center Ludhiana Punjab Bharat Phone number 9417311379 www.astropawankv.blogspot.com*