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Friday 8 March 2024

महाशिवरात्रि......

 महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है, 

 इस व्रत का महत्व और अन्य खास बातें-

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महाशिवरात्रि आज यानी 8 मार्च काे मनाई जा रही है। महाशिवरात्रि पर शिवजी के लिए व्रत रखकर खास पूजा- अर्चना की जाती है। वहीं,महिलाओं के लिए महाशिवरात्रि का व्रत बेहद ही फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि महाशिवरात्रि का व्रत रखने से अविवाहित महिलाओं की शादी जल्दी होती है, वहीं, विवाहित महिलाएं अपने सुखी जीवन के लिए महाशिवरात्रि का व्रत रखती हैं।


महाशिवरात्रि के संबंध में एक मान्यता ये है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। वहीं ईशान संहिता के अनुसार इस दिन भगवान शिव प्रकट हुए थे। इस दिन शिव-भक्त मंदिरों में शिवलिंग पर बेल- पत्र आदि चढ़ाकर पूजा, व्रत तथा रात्रि-जागरण करते हैं। धार्मिक,आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महा शिवरात्रि पर्व का बहुत महत्व है।


 महाशिवरात्रि व्रत का महत्व -

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'फाल्गुनकृष्णचतुर्दश्यामादिदेवो महानिशि ।

   शिवलिङ्गतयोद्भूतः कोटिसूर्यसमप्रभ।।


ईशान संहिता के इस वाक्य के अनुसार ज्योतिर्लिंग का प्रादुर्भाव होने से यह पर्व महाशिवरात्रि के रुप में मनाया जाता है। इस व्रत को सभी कर सकते हैं। इसे न करने से दोष लगता है। ये व्रतराज' के नाम से विख्यात है। शिवरात्रि यमराज के शासन को मिटाने वाली है और शिवलोक को देने वाली है। शास्त्रोक्त विधि से जो इसका जागरण सहित उपवास करते हैं। उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। शिवरात्रि के समान पाप और भय मिटाने वाला दूसरा व्रत नही है। इसके करने मात्र से हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं।महाशिवरात्रि का व्रत किसी के लिए भी निषिद्ध नहीं है। कोई भी व्यक्ति महाशिवरात्रि का व्रत कर सकता है। इस रूप में यह व्रत सभी मनुष्यों के मध्य समता का बोध कराता है। भोग और मोक्ष दोनों को प्राप्त करने के उद्देश्य से सभी व्यक्तियों द्वारा महाशिवरात्रि का व्रत किया जाता है। शास्त्रों में भी कहा गया है –


आचाण्डालमनुष्याणां भुक्तिमुक्तिप्रदायकम्।


शिव रहस्य ग्रंथ में महाशिवरात्रि व्रत की 

    महत्ता का वर्णन करते हुए कहा गया है -


शिवरात्रि व्रतं नाम सर्वपापप्रणाशनम्।


अर्थात शिवरात्रि का व्रत करने से 

   मनुष्य के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।


शिव पुराण में वर्णित है कि दान,तप,यज्ञ,तीर्थ,यात्राएं और अन्य व्रत इसके कोटि अंश के बराबर भी नहीं होते हैं।


                 || हर हर महादेव ||